google.com, pub-8725611118255173, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Prernarthak Kriya in Hindi - प्रेरणार्थक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण - 2024

Prernarthak Kriya in Hindi – प्रेरणार्थक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण

प्रेरणार्थक क्रिया उन क्रिया को कहते हैं जिनमें कर्ता किसी दूसरे व्यक्ति को कोई कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। दूसरे शब्दों में, प्रेरणार्थक क्रिया में कर्ता स्वयं कार्य नहीं करता, बल्कि किसी दूसरे व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।

इसमें कर्ता (subject) स्वयं कार्य नहीं करता, बल्कि किसी दूसरे व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। प्रेरणा देने का मतलब है किसी को कुछ करने के लिए प्रोत्साहित करना, उनमें इच्छा जगाना।

  • मोहन ने रानी को व्यायाम करने के लिए प्रेरित किया। (Mohan motivated Rani to exercise.)
  • शिक्षिका ने बच्चों को हिंदी सीखने के लिए प्रेरित किया। (The teacher motivated the children to learn Hindi.)

इसमें कर्ता किसी दूसरे व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित तो करता है, लेकिन वह कार्य वास्तव में किसी और व्यक्ति द्वारा किया जाता है। दूसरे शब्दों में, कर्ता किसी काम को किसी और से करवाता है।

  • माँ ने नौकरानी से बर्तन धुलवाए। (Mother got the dishes washed by the maid.)
  • राजा ने मजदूरों से महल बनवाया। (The king had the palace built by the laborers.)
मूल क्रियाप्रथम प्रेरणार्थक क्रियाद्वितीयक प्रेरणार्थक क्रिया
सिखानासिखानासिखवाना
पढ़ानापढ़ानापढ़वाना
लिखनालिखानालिखवाना
बोलनाबोलनाबुलवाना
सुननासुनानासुनवाना
देखनादिखानादिखवाना
खानाखिलानाखिलवाना
पीनापिलानापिलवाना
सोनासुलानासुलवाना
चलनाचलानाचलवाना
दौड़नादौड़ानादौड़वाना
उठनाउठानाउठवाना
बैठानाबिठानाबिठवाना
ख़रीदनाख़रीदनाख़रीदवाना
गिरनागिरानागिरावाना
मारनामारनामरवाना

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