Meri Pathshala Nibandh in Hindi Best Essay In 299+ Words

Meri Pathshala Nibandh in Hindi

Meri Pathshala Nibandh in Hindi

          हर एक मनुष्य अपने जीवन मे कुछ न कुछ सीखता है। कोई भी व्यक्ति जन्म से ज्ञानी नहो होता। ज्ञान को प्राप्त करके ही ज्ञानी बनते है और यही ज्ञान हमे पाठशाला में मिलती है। जीस स्थान पर ज्ञान का वास होता है वह पाठशाला होती है। हमारी पाठशाला एक मंदिर के तरह है जहां हम विद्यार्थी रोज पढ़ने जाते है। पाठशाला में सभी को एक समान दर्जा दिया जाता है। मेरी पाठशाला बहुत ही सुंदर और स्वच्छा है।

          मेरी पाठशाला का नाम सेंट जोसेफ हाथ स्कूल है। यह एक आदर्श विद्यालय है जो कलंबोली मे स्तिथ है। मेरी पाठशाला मे बहुत अच्छी शिक्षा दी जाती है। मेरी पाठशाला सुबह शुरू होती है। पाठशाला में पहले प्रार्थना होती हैं। प्रार्थना होने के बाद हम क्लास टीचर को नमस्कार करते है। हम सब विद्यार्थी ६ घंटा पाठशाला मे बीताते है। हर एक शिक्षक हमे हसाते व पढ़ाते है। हमारी पाठशाला को प्रदशुन, शोर, गंदगी से दूर सुरक्षित और अच्छे जगह पर बनाया है। अच्छी जगह होने को कारन हर एक विद्यार्थी अच्छे वातावरण में मन लगाकर पढता है।

          पाठशाला मे बहुत सारे पेड़ है। इन पेड़ों के छाया में हम लंच करते है। छोटे बचो केलिए झूलो का प्रबंध किया गया है। पाठशाला में एक बड़ा मैदान है जहां हम सब खेलने जाते है। मेरी पाठशाला बहुत ही सुंदर है। मुझे मेरी पाठशाल बहुत अच्छी लगती है। मेरे पाठशाल का परिसर बहुत अच्छा है।पाठशाला के कर्मचारी रोज पाठशाला की सफाई करते है। मेरे पाठशाला के सारे शिक्षक मेहनती है। पाठशाला में विज्ञान के माध्यम से हम चीजे सीखते है। पाठशाला हमारे जीवन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है जो हमे  ज्ञान , तमीज, आदि देता है। पाठशाला हमारे जीवन को उज्ज्वल बनाता है।

–Siyon kasbe

(St. Josephs, Navi Mumbai)

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