Best Diwali Essay in Hindi | दिवाली निबंध हिंदी में

          दिवाली प्रकाश का त्योहार है। भारत में दिवाली सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दिवाली पांच दिनों का त्योहार है, उन दिनों में तीसरा दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। धनतेरस: दिवाली का पहला दिन, जो त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है और समृद्धि का प्रतीक है। धनतेरस को, लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस दिन लोग सोना, चांदी, और अन्य कीमती वस्तुएं खरीदते हैं, जो धन और समृद्धि का प्रतीक हैं।

          नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली): दिवाली का दूसरा दिन, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। दिवाली या दीपावली: दिवाली का तीसरा दिन, जो मुख्य त्योहार है। गोवर्धन पूजा: दिवाली का चौथा दिन। भाई दूज: दिवाली का पांचवां दिन, जो भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है।

Diwali Essay in Hindi

          दिवाली एक हिंदू त्योहार है जो अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। दिवाली नाम संस्कृत शब्द दीपा से आया है, जिसका अर्थ है “दीपक, प्रकाश, लालटेन, मोमबत्ती,” और अवली, जिसका अर्थ है “एक पंक्ति, श्रृंखला, निरंतर रेखा, श्रृंखला”। दिवाली कई देवताओं और व्यक्तित्वों से जुड़ी है, जिनमें समृद्धि की देवी लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश शामिल हैं। यह त्यौहार विभिन्न देशों और धर्मों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन महत्व वही रहता है। भारत में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार, हर साल, केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के भारतीय समुदायों में विशेष आनंद और उत्सव के साथ मनाया जाता है। “दीपावली” शब्द का अर्थ होता है “दीपों की श्रृंखला”. यह शब्द बना है “दीप” और “आवली” को जोड़ कर जिन्हें संस्कृत भाषा के शब्दों से लिया गया है। दीपावली को दिवाली या दीवाली भी कहा जाता है।

           दिवाली एक हिंदू त्योहार है जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है।आमतौर पर दिवाली अक्टूबर या नवंबर में आता है. इस दिन इस दिन श्री राम लंकापति रावण को हराने के बाद अपनी नगरी – अयोध्या – लौटे थे.  भगवान राम की अयोध्या वापसी राई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

           दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण दिन अमावस्या है, जब लोग अपने घरों को दीयों और मोमबत्तियों से सजाते हैं। ये दीये और मोमबत्तियां अंधकार को दूर करने और प्रकाश लाने का प्रतीक हैं। इस दिन लोग भी पटाखे फोड़ते हैं, जो आकाश में रंगीन रोशनी और आवाज पैदा करते हैं।

           दीवाली का त्योहार विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। हिंदू धर्म में इसे भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है, जब उन्होंने रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को मुक्त किया था। इस दिन अयोध्यावासियों ने राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत करने के लिए दीप जलाए थे इसके अलावा, सिख धर्म में इस दिन को गुरु हरगोबिंद जी के कारागार से मुक्त होने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है।

Diwali Essay in Hindi of 200 Words

          दीवाली का त्योहार विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। हिंदू धर्म में इसे भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है, जब उन्होंने रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को मुक्त किया था। इस दिन अयोध्यावासियों ने राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत करने के लिए दीप जलाए थे। इसके अलावा, सिख धर्म में इस दिन को गुरु हरगोबिंद जी के कारागार से मुक्त होने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है।

          दीवाली केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह आपसी प्रेम, भाईचारा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने जीवन में खुशियों को बांटने और एक-दूसरे के साथ मिलकर जश्न मनाने का महत्व समझना चाहिए। इस पर्व पर हम सभी को एक-दूसरे के साथ मिलकर एक सुरक्षित और प्रदूषण रहित दीवाली मनाने का प्रयास करना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह पर्व इसी उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा सके।

          दीवाली का त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक भी है। इस दिन लोग एक-दूसरे के घर जाकर मिलते हैं, उपहार देते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं। यह त्योहार मित्रता और भाईचारे का प्रतीक है। लोग इस दिन पुराने मतभेद भुलाकर एक-दूसरे के साथ खुशियां मनाते हैं।

Diwali Essay in Hindi of 500 Words

           दिवाली प्रकाश का त्योहार है। भारत में दिवाली सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दिवाली पांच दिनों का त्योहार है, उन दिनों में तीसरा दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। धनतेरस: दिवाली का पहला दिन, जो त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है और समृद्धि का प्रतीक है।धनतेरस को, लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस दिन लोग सोना, चांदी, और अन्य कीमती वस्तुएं खरीदते हैं, जो धन और समृद्धि का प्रतीक हैं। नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली): दिवाली का दूसरा दिन, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। दिवाली या दीपावली: दिवाली का तीसरा दिन, जो मुख्य त्योहार है। गोवर्धन पूजा: दिवाली का चौथा दिन। भाई दूज: दिवाली का पांचवां दिन, जो भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है।

          दिवाली एक हिंदू त्योहार है जो अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। दिवाली नाम संस्कृत शब्द दीपा से आया है, जिसका अर्थ है “दीपक, प्रकाश, लालटेन, मोमबत्ती,” और अवली, जिसका अर्थ है “एक पंक्ति, श्रृंखला, निरंतर रेखा, श्रृंखला”। दिवाली कई देवताओं और व्यक्तित्वों से जुड़ी है, जिनमें समृद्धि की देवी लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश शामिल हैं। यह त्यौहार विभिन्न देशों और धर्मों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन महत्व वही रहता है। भारत में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार, हर साल, केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के भारतीय समुदायों में विशेष आनंद और उत्सव के साथ मनाया जाता है।”दीपावली” शब्द का अर्थ होता है “दीपों की श्रृंखला”. यह शब्द बना है “दीप” और “आवली” को जोड़ कर जिन्हें संस्कृत भाषा के शब्दों से लिया गया है। दीपावली को दिवाली या दीवाली भी कहा जाता है। दिवाली एक हिंदू त्योहार है जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है।आमतौर पर दिवाली अक्टूबर या नवंबर में आता है. इस दिन इस दिन श्री राम लंकापति रावण को हराने के बाद अपनी नगरी – अयोध्या – लौटे थे.  भगवान राम की अयोध्या वापसी राई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

          दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण दिन अमावस्या है, जब लोग अपने घरों को दीयों और मोमबत्तियों से सजाते हैं। ये दीये और मोमबत्तियां अंधकार को दूर करने और प्रकाश लाने का प्रतीक हैं। इस दिन लोग भी पटाखे फोड़ते हैं, जो आकाश में रंगीन रोशनी और आवाज पैदा करते हैं। दीवाली का त्योहार विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। हिंदू धर्म में इसे भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है, जब उन्होंने रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को मुक्त किया था। इस दिन अयोध्यावासियों ने राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत करने के लिए दीप जलाए थे। इसके अलावा, सिख धर्म में इस दिन को गुरु हरगोबिंद जी के कारागार से मुक्त होने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है।

Diwali Essay in Hindi of 1000 Words

           दिवाली प्रकाश का त्योहार है। भारत में दिवाली सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दिवाली पांच दिनों का त्योहार है, उन दिनों में तीसरा दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। धनतेरस: दिवाली का पहला दिन, जो त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है और समृद्धि का प्रतीक है। धनतेरस को, लोग धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस दिन लोग सोना, चांदी, और अन्य कीमती वस्तुएं खरीदते हैं, जो धन और समृद्धि का प्रतीक हैं। नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली): दिवाली का दूसरा दिन, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। दिवाली या दीपावली: दिवाली का तीसरा दिन, जो मुख्य त्योहार है। गोवर्धन पूजा: दिवाली का चौथा दिन। भाई दूज: दिवाली का पांचवां दिन, जो भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है।

           दिवाली एक हिंदू त्योहार है जो अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है। दिवाली नाम संस्कृत शब्द दीपा से आया है, जिसका अर्थ है “दीपक, प्रकाश, लालटेन, मोमबत्ती,” और अवली, जिसका अर्थ है “एक पंक्ति, श्रृंखला, निरंतर रेखा, श्रृंखला”। दिवाली कई देवताओं और व्यक्तित्वों से जुड़ी है, जिनमें समृद्धि की देवी लक्ष्मी और बुद्धि के देवता गणेश शामिल हैं। यह त्यौहार विभिन्न देशों और धर्मों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन महत्व वही रहता है। भारत में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार, हर साल, केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के भारतीय समुदायों में विशेष आनंद और उत्सव के साथ मनाया जाता है।”दीपावली” शब्द का अर्थ होता है “दीपों की श्रृंखला”. यह शब्द बना है “दीप” और “आवली” को जोड़ कर जिन्हें संस्कृत भाषा के शब्दों से लिया गया है। दीपावली को दिवाली या दीवाली भी कहा जाता है।

           दिवाली एक हिंदू त्योहार है जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है।आमतौर पर दिवाली अक्टूबर या नवंबर में आता है. इस दिन इस दिन श्री राम लंकापति रावण को हराने के बाद अपनी नगरी – अयोध्या – लौटे थे.  भगवान राम की अयोध्या वापसी राई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

         दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण दिन अमावस्या है, जब लोग अपने घरों को दीयों और मोमबत्तियों से सजाते हैं। ये दीये और मोमबत्तियां अंधकार को दूर करने और प्रकाश लाने का प्रतीक हैं। इस दिन लोग भी पटाखे फोड़ते हैं, जो आकाश में रंगीन रोशनी और आवाज पैदा करते हैं। दीवाली का त्योहार विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। हिंदू धर्म में इसे भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है, जब उन्होंने रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को मुक्त किया था। इस दिन अयोध्यावासियों ने राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत करने के लिए दीप जलाए थे। इसके अलावा, सिख धर्म में इस दिन को गुरु हरगोबिंद जी के कारागार से मुक्त होने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है।

           दीवाली का त्योहार विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। हिंदू धर्म में इसे भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है, जब उन्होंने रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को मुक्त किया था। इस दिन अयोध्यावासियों ने राम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत करने के लिए दीप जलाए थे।इसके अलावा, सिख धर्म में इस दिन को गुरु हरगोबिंद जी के कारागार से मुक्त होने के दिन के रूप में भी मनाया जाता है।

           दीवाली केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह आपसी प्रेम, भाईचारा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने जीवन में खुशियों को बांटने और एक-दूसरे के साथ मिलकर जश्न मनाने का महत्व समझना चाहिए। इस पर्व पर हम सभी को एक-दूसरे के साथ मिलकर एक सुरक्षित और प्रदूषण रहित दीवाली मनाने का प्रयास करना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह पर्व इसी उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा सके। दीवाली का त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक भी है। इस दिन लोग एक-दूसरे के घर जाकर मिलते हैं, उपहार देते हैं और एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं। यह त्योहार मित्रता और भाईचारे का प्रतीक है। लोग इस दिन पुराने मतभेद भुलाकर एक-दूसरे के साथ खुशियां मनाते हैं। दीवाली की उत्पत्ति रामायण महाकाव्य से जुड़ी है। रामायण के अनुसार, भगवान राम, उनके भाई लक्ष्मण और उनकी पत्नी सीता ने चौदह वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौट आए।

           उनके वापसी के अवसर पर, अयोध्या के नागरिकों ने शहर को दीयों से सजाया और उत्सव मनाया। इस उत्सव का नाम “दीपावली” रखा गया।दीवाली का भारत में बहुत महत्व है। यह परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करता है। लोग अपने घरों को सजाते हैं, दीपक जलाते हैं, पटाखे फोड़ते हैं और एक दूसरे को मिठाई बांटते हैं। यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है और अच्छाई पर बुराई की विजय का उत्सव है।

           दीवाली का दिन बहुत उत्साहजनक होता है। सुबह से ही लोग स्नान करते हैं, पूजा करते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाया जाता है और घर के अंदर भी दीपक सजाए जाते हैं। शाम को, लोग पटाखे फोड़ते हैं और आसमान को रंगों से भर देते हैं।

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